श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की स्मृति में जयपुर शहर से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर एक ऐतिहासिक गुरुद्वारा नरेना (Narena) में स्थित है। यह गुरुद्वारा चरण कमल साहिब ग्राम नरेना की ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक महत्व की जगह है।

गुरुद्वारा चरण कमल साहिब नरेना (जयपुर) का संक्षेप इतिहास – History of Gurudwara Charan Kamal Sahib (Narena)

इस पवित्र स्थान पर दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी के पावन चरण स्पर्श प्राप्त हैं। एक बार जब श्री गुरु साहिब राजपूताना की यात्रा के लिए तलवंडी (पंजाब) से चले और सन 1707 में नरेना पहुंचे। उनकी यात्रा का उद्देश्य मुगल सल्तनत की निरंकुशता वह अन्याय के खिलाफ लोगों को जागरूक करना , अहिंसा और सत्य की भावनाओं को महत्व देना, सिख धर्म का प्रचार करना और लोगों को एक परमात्मा के साथ जोड़ना था।

नरेना पहुंचने पर वहां के दादू पंथ (Dadu Panth) के महंत श्री जैतराम जी की विनती पर गुरु गोविंद सिंह जी अपनी संगत समेत वहां के दादू द्वारा धाम (Dadu Dham) में 13 दिन तक ठहरे थे। वहां पहुंचते ही सिख पंथ के दसवें गुरु गोविंद सिंह ने दादू दयाल जी की समाधि को अपनी तलवार झुका कर नमन किया।

इस बार उनके अनुयायी सिख पंथियो ने विरोध किया और उन्हें याद दिलाया कि उन्होंने स्वयं इस कार्य को करने पर निषेध लगाया था। गुरु गोविंद सिंह ने अपने अनुयायियों कि इस जागरूकता की सराहना की और धार्मिक संहिता के विरुद्ध जाकर कार्य करने के लिए जुर्माना अदा करना स्वीकार किया। उन्होंने बड़ी खुशी के साथ खालसा के हुकुम को प्र वान किया और वचन दिया कि खालसा पंथ ने गुरु मत अनुसार अपना फर्ज निभाया है और खालसा इस परीक्षा में सफल हुआ है।

गुरुद्वारा बहुत ही भव्य और विशाल बना हुआ है। यहां सभी प्रकार के सामाजिक कार्य किए जा सकते हैं! गुरुद्वारा परिसर में प्रवेश करने पर आनंद की अनुभूति होती है एवं आध्यात्मिक आनंद के लिए यह जगह उत्तम है। इसके पास ही शाह वंजारे का घर है , जो नौवें राजा की शहादत के बाद आए थे। यह स्थान दादू द्वारे (Dadu Dwara) के निकट ही है। यहां पर एक संग्रहालय (museum) भी है जो इतिहास के बारे में जानकारी देता है।

यहां पर फैमिली सहित ठहरने एवं खाने पीने की सभी सुविधाएं उपलब्ध है। परिवार में बच्चों को साथ लाने एवं आध्यात्मिक आनंद प्राप्त करने के लिए यह जगह बहुत ही बढ़िया है । यह स्थान पहुंचने में आसान है, राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-8) से छोटी दूरी पर जयपुर शहर से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर यह स्थान स्थित है।

गुरुद्वारा से कुछ दुरी पर स्थित फुलेरा (phulera) 1450 किलोमीटर लम्बी रेल लाइन , दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारा (Delhi – Mumbai Industrial Corridor , DMIC ) का राजस्थान का पहला जंक्शन है । यहाँ  गेटेड टाउनशिप ABR Greens Infrastrucure द्वारा विकसित हो रही है जंहा पर इंडिपेंडेंट मकान एवं दुकाने बनायी जा रही है।